pb8 live news : केंद्र सरकार ने बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में आयोजित कैबिनेट बैठक में एक महत्वपूर्ण फैसला लिया। इस बैठक में “प्रधानमंत्री विद्यालक्ष्मी योजना” (PM Vidyalaxmi Scheme) को मंजूरी दे दी गई। यह योजना विशेष रूप से उच्च शिक्षा प्राप्त करने वाले मेधावी छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करने के लिए शुरू की गई है। इस योजना का उद्देश्य छात्रों को आर्थिक मदद प्रदान करके उनकी शिक्षा में आ रही वित्तीय बाधाओं को दूर करना है, ताकि वे अपने उच्च शिक्षा के सपनों को पूरा कर सकें।
योजना का मुख्य उद्देश्य और लाभ
PM Vidyalaxmi Scheme का मुख्य उद्देश्य उच्च शिक्षा के क्षेत्र में 22 लाख से अधिक छात्रों को वित्तीय सहायता प्रदान करना है। इसके तहत 7.5 लाख रुपये तक का लोन मुहैया कराया जाएगा, जिसमें सरकार 75% तक क्रेडिट गारंटी प्रदान करेगी। इस लोन से छात्रों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने में आसानी होगी, और वे बिना किसी आर्थिक चिंता के अपने करियर की दिशा में आगे बढ़ सकेंगे। योजना के तहत 8 लाख रुपये तक की सालाना आय वाले परिवारों के बच्चों को इस लोन का लाभ मिलेगा। इन बच्चों को 3% ब्याज सब्सिडी भी दी जाएगी, जिससे उनका लोन और भी सस्ता हो जाएगा। इसके अलावा, छात्रों को 10 लाख रुपये तक का लोन मिलने की संभावना है। यह कदम वित्तीय रूप से कमजोर परिवारों के बच्चों को उच्च शिक्षा प्राप्त करने के समान अवसर प्रदान करने के लिए उठाया गया है।
4.5 लाख रुपये तक आय वाले छात्रों के लिए ब्याज अनुदान
इस योजना के अंतर्गत 4.5 लाख रुपये तक की सालाना आय वाले परिवारों के बच्चों को पूर्ण ब्याज अनुदान मिलेगा। इसका मतलब है कि ऐसे छात्रों को लोन पर किसी भी प्रकार का ब्याज नहीं चुकाना होगा। यह कदम सरकार द्वारा उठाया गया है ताकि गरीब परिवारों के मेधावी छात्र भी उच्च शिक्षा प्राप्त कर सकें, और वे अपने भविष्य को बेहतर बना सकें।