pb8 live news : देहात पुलिस की साइबर सेल ने साइबर अपराध के तीन अलग-अलग मामलों में साइबर धोखाधड़ी के 21.57 लाख रुपये वसूल कर पीड़ितों को लौटाए है। ये रिफंड एसपी इनवेस्टिगेशन जसरूप कौर बाठ, आईपीएस द्वारा शुरू किए गए साइबर धोखाधड़ी के खिलाफ एक विशेष अभियान के तहत किए गए थे। इस कार्रवाई का संचालन डीएसपी रशपाल सिंह, पीपीएस इंस्पेक्टर अर्शप्रीत कौर की देखरेख में टीम ने कियापहले मामले में जालंधर के लाडोवाली रोड स्थित अर्जन नगर निवासी संजीव गुप्ता से 7.50 लाख रुपये की ठगी हुई थी। डीएसपी रशपाल सिंह की देखरेख में इंस्पेक्टर अर्शप्रीत कौर के नेतृत्व में साइबर सेल टीम ने धोखाधड़ी की 5,40,517 रुपये की राशि को जब्त करने में सफलता हासिल की। एफआईआर नंबर 01 दिनांक 01.07.2024, आई.टी. आईपीसी की धारा 420 और अधिनियम की धारा 66-डी के तहत दर्ज जांच के बाद राशि वापस कर दी गई है। दूसरे मामले में, जालंधर की सेठ हुकुम चंद कॉलोनी के रहने वाले संजीव महिंदरू से 14.16 लाख रुपये की धोखाधड़ी की गई।साइबर सेल की टीम ने पता लगाकर पूरी रकम जब्त कर ली और बाद में पीड़ित को लौटा दी। तीसरे मामले में आदमपुर थाने के गांव कंडीयाना निवासी गगनदीप कौर से दो लाख रुपये की ठगी की गई। आज सुबह कोर्ट से प्रत्यर्पण आदेश मिलने के बाद साइबर सेल की टीम ने शिकायतकर्ता को रकम लौटा दी है। सीनियर पुलिस कप्तान (एसएसपी) हरकमल प्रीत सिंह खख ने कहा कि साइबर धोखाधड़ी के बाद का पहला घंटा, जिसे गोल्डन आर जाता है, धोखाधड़ी वाले लेनदेन को रोकने और चुराए गए धन की वसूली के लिए महत्वपूर्ण है। नागरिकों से आग्रह किया जाता है कि वे समय पर कार्रवाई सुनिश्चित करने के लिए तुरंत 1930 पर कॉल करके या cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करके साइबर अपराध की रिपोर्ट करें।एसएसपी खख ने कहा, “जालंधर ग्रामीण पुलिस ने 2024 में साइबर धोखाधड़ी के पीड़ितों को 52,31,915 रुपये वापस किए है। जनता को सलाह दी जाती है कि वे ऑनलाइन लेनदेन करते समय सतर्क रहें और खुद को वित्तीय नुकसान से बचाएं। किसी भी संदिग्ध गतिविधि की रिपोर्ट करें।