pb8 live news : किसानों द्वारा किए गए पंजाब बंद के कारण जालंधर की इंडस्ट्री को करोड़ों रुपए का नुकसान हुआ है। पंजाब बंद के कारण काफी औद्योगिक इकाइयां बंद रहीं जबकि कुछ स्थानों पर इंडस्ट्री में काम होते हुए भी देखा गया। इसलिए इंडस्ट्री पर मिश्रित असर पड़ा है। इंडस्ट्री से जुड़े कारोबारियों का कहना है कि जहां एक तरफ इंडस्ट्री को भारी नुकसान झेलना पड़ा है वहीं पर दूसरी ओर यह राज्य की अर्थव्यवस्था के लिए भी खराब है। बंद के कारण जी.टी. रोड से न तो माल इंडस्ट्री में आ सका और न ही इंडस्ट्री से जा सका। 3-4 दिनों से पंजाब बंद की काल आ रही थी जिसे देखते हुए बाहर से आने वाले माल की सप्लाई रुक गई थी।
उनका कहना है कि इंडस्ट्री के एक दिन बंद रहने से ही काफी खर्चों का बोझ इंडस्ट्री पर आन पड़ा है। उन्होंने कहा कि पंजाब बंद के बावजूद लेबर चार्जिस का भुगतान तो इंडस्ट्री को खुद ही करना पड़ेगा क्योंकि एक तो पंजाब में पहले ही लेबर की कमी चल रही है और दूसरा लेबर इस बात को स्वीकार नहीं करती है कि पंजाब बंद के कारण उन्हें छुट्टी दी जाए। इसलिए फैक्टरी मालिक को स्वयं ही फैक्टरी बंद करने के बावजूद लेबर चार्जिस का भुगतान करना पड़ेगा। शंभू बार्डर पर बड़ी गिनती में ट्रांसपोर्ट गाड़ियां फंसी पड़ी है तथा वहां पर काफी लम्बा जाम लगा हुआ है। इसलिए माल की सप्लाई इंडस्ट्री तक पहुंचते-पहुंचते अभी कुछ दिन और लग जाएंगे। उन्होंने कहा कि इंडस्ट्री के साथ-साथ पंजाब सरकार को भी आज बंद के कारण करोड़ों रुपए का नुकसान झेलना पड़ रहा है। क्योंकि अगर इंडस्ट्री चलेगी नहीं तो फिर सरकार को टैक्स के रूप में राजस्व कहां से प्राप्त होगा। इंडस्ट्री पहले ही आर्थिक तौर पर नुकसान झेल रही है और चारों ओर से अभी इंडस्ट्री को नकरात्मक समाचार ही मिल रहे हैं। किसानों का मसला भी जल्द निपटाया जाना चाहिए ताकि जी.टी. रोड खुल सके और माल की बिना किसी विघ्न के सप्लाई हो सके।